आज मैंने खुद को रोता देखा
आज मैंने खुद को रोता देखा
आज मैंने खुद को रोता देखा,
मेरे खुदा आज मैंने ये क्या देखा।
आख़िर क्या बात थी दिल में जो आंखों में पानी दे गया,
लगता है कोई छूट गया अपना,
और दिल पर गहरी निशानी दे गया।
मेरे ईश्वर, नहीं रखना किसी को खुद से इतना दूर,
अकेले में हर इंसान कुछ गलत करने को
हो जाता है मजबूर हो जाये।
और मत लाओ किसी को इतना पास की वो
दिल में बस जाए,
वो तो छोड़ जाए मुझको पर उसकी तस्वीर
इस दिल में छप जाए।
और अब तो सब दूर जा रहे अपनों से,
भगवान तू मेरा दोस्त बन कर मेरे पास आ जाया कर।
सब भूल जाते है अपना बना कर मुझको,
मेरे गलतियों को माफ कर तू मुझे अपनाया कर।
एक तेरे ही सहारे मेरी साँसे चल रही है,
मेरे दिल में रहकर उसको धड़काया कर।
सब भूल जाये तो भी मुझे कोई गम नहीं,
बस मेरे ख़ुदा तू भी मुझे ऐसे ना भूल जाया कर।