सहिष्णुता सहिष्णुता
है इंतज़ार इस दिल को तेरा बस बाँहों में तुम आ जाओ । मेरी नादानी की ख़ातिर ना छोड़ कर जाओ। है इंतज़ार इस दिल को तेरा बस बाँहों में तुम आ जाओ । मेरी नादानी की ख़ातिर ...
गढ़े मुर्दे उखाड़ना, ये समाज की पहचान है आज समाज, समाज नही, एक श्मशान है! गढ़े मुर्दे उखाड़ना, ये समाज की पहचान है आज समाज, समाज नही, एक श्मशान है!
इस दुनिया को प्यार की ही जरूरत है ! नफरत की तो पहले ही चल रही जंग हज़ारों हैं ! इस दुनिया को प्यार की ही जरूरत है ! नफरत की तो पहले ही चल रही जंग हज़ारों हैं !
तेरे लिऐ एक पैग़ाम मेरे दिल से....... तेरे लिऐ एक पैग़ाम मेरे दिल से.......
अगर हिम्मत हो तो ही किसी को अपना बनाना। अगर हिम्मत हो तो ही किसी को अपना बनाना।