पथिक हूं इस धरा पर, एक सार्थक यात्रा करनी है। न थकना है न रुकना है, हर हाल में आगे बढ़ना है। सत्य प्रकृति दृढ़ निश्चय से, प्रभु से क्षितिज पर जा मिलना है।
हर तरफ बस अमृत कलश होगा पीकर जिसे, सबको अमरत्व मिलेगा। हर तरफ बस अमृत कलश होगा पीकर जिसे, सबको अमरत्व मिलेगा।
जा जा, जा जा कोरोना जा जा जा,कोरोना जा जा जा। जा जा, जा जा कोरोना जा जा जा,कोरोना जा जा जा।
संघर्ष कर जीवन पथ पर होता अग्रसर नित कवच तोड़, गढ़ता नव कीर्तिमान। संघर्ष कर जीवन पथ पर होता अग्रसर नित कवच तोड़, गढ़ता नव कीर्तिमान।
जब सब तेरा ही है तो हमें मुसाफिराना अहसास कब होगा। जब सब तेरा ही है तो हमें मुसाफिराना अहसास कब होगा।
वो देखो पहाड़ी के पीछे से अम्बर में एक चमकती नदी सी आ रही है। वो देखो पहाड़ी के पीछे से अम्बर में एक चमकती नदी सी आ रही है।
वक्त बेवक्त मैं जब उलझता हूं उन यादों को उंगलियों से कुरेदता हूं वक्त बेवक्त मैं जब उलझता हूं उन यादों को उंगलियों से कुरेदता हूं
कुछ पर्ण हवा संग जाने कहां उड़ चले। कुछ पर्ण हवा संग जाने कहां उड़ चले।
चित्रकार का कोरा कैनवास रंगो से भरना है अहसास। चित्रकार का कोरा कैनवास रंगो से भरना है अहसास।
ये तो प्रेम का रेशमी धागा है हर शख्स जिससे बंधा बैठा है! ये तो प्रेम का रेशमी धागा है हर शख्स जिससे बंधा बैठा है!
जगाओ उसे तो होता है इतना कुछ उसके पास मानो दरिया यादों का बह रहा होता है। जगाओ उसे तो होता है इतना कुछ उसके पास मानो दरिया यादों का बह रहा होता है।