पथिक हूं इस धरा पर, एक सार्थक यात्रा करनी है। न थकना है न रुकना है, हर हाल में आगे बढ़ना है। सत्य प्रकृति दृढ़ निश्चय से, प्रभु से क्षितिज पर जा मिलना है।
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