Blogger, story writer and Poet
Share with friendsकांपते हाथों से आशा ने डायरी को खोला उसमें उसके भेजे हुए पत्र सहेज के रखे हुए थे!
Submitted on 17 Jan, 2021 at 13:56 PM
साहब मैं अंबानी बनने के लिए नहीं, पेट भरने के लिए बेच रहा हूं
Submitted on 24 Oct, 2020 at 12:36 PM
यह पहली मुलाकात आज 15 साल बाद भी संजू को याद आती है और चेहरे पर उसके मुस्कुराहट खिल जात
Submitted on 29 Sep, 2020 at 17:51 PM
मैं रोज बच्चों को गार्डन नहीं ले जा पाता या सब्जियां नहीं ला पाता था तो बहूएं बहुत गुस्
Submitted on 29 Sep, 2020 at 17:34 PM
बेटा जब लोगों के जीवन में मिठास की कमी हो जाती है तो लोग अक्सर कड़वे हो जाते हैं।
Submitted on 29 Sep, 2020 at 17:23 PM
मुझे मेरी सोसाइटी में हमेशा कवियत्री का कर संबोधन करने लगे सभी लोग।
Submitted on 05 Sep, 2020 at 17:19 PM
और किसी जन्म में दूंगा तुझे प्यार यह जिंदगी तो वतन के नाम हो गई।
Submitted on 14 Aug, 2020 at 14:07 PM
आज रक्षाबंधन है प्रिया सुबह से उदास है उसका मन बार बार अतित की यादों में गोते लगा रहा !
Submitted on 02 Aug, 2020 at 17:54 PM
सुधा को महसूस हो रहा था काश कि वह यह सब अपनी सासू मां से सीख ली होती।
Submitted on 01 May, 2020 at 18:17 PM
जब गला आंसुओं से भरा होता है तो शब्द निकलना बहुत कठिन होता है।
Submitted on 06 Mar, 2020 at 16:51 PM
शोभा को लगा किसी ने उसके सर पर दस घड़ा पानी डाल दिया हो
Submitted on 24 Feb, 2020 at 17:07 PM