मैं मेरी खोज़ में
जब चलना सीख रहा था तब पूरा समय नीम की छाँव में गुजरता जब चलना सीख रहा था तब पूरा समय नीम की छाँव में गुजरता
ये ख़ुशी का माहौल दो दिन पहले हुई तुम से मुलाक़ात का असर है! ये ख़ुशी का माहौल दो दिन पहले हुई तुम से मुलाक़ात का असर है!
आज कल खुद में उन्हें ढूँढने का प्रयास कर रहा हूँ........, आज कल खुद में उन्हें ढूँढने का प्रयास कर रहा हूँ........,
अब बालों की सफ़ेदी में फ़ैशन देखने लगा हूँ ओर बढ़े पेट में बीमारी . अब बालों की सफ़ेदी में फ़ैशन देखने लगा हूँ ओर बढ़े पेट में बीमारी .
अब लग रहा हे तुम जा रही हो,मन के गुप्प अंधेरे अंधियारे से निकल कही उजालो में खो सी रही अब लग रहा हे तुम जा रही हो,मन के गुप्प अंधेरे अंधियारे से निकल कही उजालो में खो ...
हर कदम पर मेरे आंसू बढ़े जा रहे हे ओर चिंता खाए जा रही हे “तेरा कौन ध्यान रखेगा”.. हर कदम पर मेरे आंसू बढ़े जा रहे हे ओर चिंता खाए जा रही हे “तेरा कौन ध्यान रखेगा”...
हाँ अब उम्र के इस दौर में थोड़ी गम्भीरता आने लगी तो पढ़ाई के लिए अब बाहर जाना होगा हाँ अब उम्र के इस दौर में थोड़ी गम्भीरता आने लगी तो पढ़ाई के लिए अब बाहर जाना हो...
मन बिल्कुल वीरान सा था, दिमाग़ में कोई ख़याल चल ही नहीं रही था मन बिल्कुल वीरान सा था, दिमाग़ में कोई ख़याल चल ही नहीं रही था
कब ये एक से दो ओर दो से चार ओर चार से पेकेट की गिनती पर आ गई। कब ये एक से दो ओर दो से चार ओर चार से पेकेट की गिनती पर आ गई।
दोस्त ख़ुद भी जूझ रहे होते तो यही चाय वाले भैया ही सहारा बनते दोस्त ख़ुद भी जूझ रहे होते तो यही चाय वाले भैया ही सहारा बनते