लघु कथाओं और कविता लेखन के साथ-साथ अनुवाद में सक्रिय
शर्म भरी निगाहों से देखता है दिल हमारा आपको, आंखों से ही करता है कुछ इशारा आपको, बंद ज़ुबां से बात... शर्म भरी निगाहों से देखता है दिल हमारा आपको, आंखों से ही करता है कुछ इशारा आपको...
उलझी हुई राहें है, दिखती नहीं मंज़िल, हमसफर की तलाश में भटक रहा है दिल, जाने क्या हो गया हमें इस... उलझी हुई राहें है, दिखती नहीं मंज़िल, हमसफर की तलाश में भटक रहा है दिल, जाने...
ज़िंदगी की बाज़ी में पिटते गए मोहरे हमारे, बदकिस्मती थी हमारी कि जीती बाज़ी हम हारे, ज़िंदगी की बाज़ी में पिटते गए मोहरे हमारे, बदकिस्मती थी हमारी कि जीती बाज़ी ...
चली जाती हैं जब ख़ुशियाँ दामन छुड़ा कर, सारी हसरतों को फूंक कर धूल में उड़ा कर, चली जाती हैं जब ख़ुशियाँ दामन छुड़ा कर, सारी हसरतों को फूंक कर धूल में उड़ा ...
चेहरे पे नक़ाब रखने वालों की कमी नहीं, रोते हैं सबके सामने पर आँखों में नमी नहीं, चेहरे पे नक़ाब रखने वालों की कमी नहीं, रोते हैं सबके सामने पर आँखों में नमी ...
जो नहीं हारते हिम्मत मुसीबतों में, वो ही बन पाते हैं जीवन के विजेता, जो नहीं हारते हिम्मत मुसीबतों में, वो ही बन पाते हैं जीवन के विजेता,
जाते-जाते हम छोड़ जाते हैं दास्तांं, साया हो जानी है जो दुनिया की किताब में। जाते-जाते हम छोड़ जाते हैं दास्तांं, साया हो जानी है जो दुनिया की किताब में।
आंसुओं को छलका दें, ऐसे पैमाने बहुत हैं। आंसुओं को छलका दें, ऐसे पैमाने बहुत हैं।
बड़ा असर करती हैं इन कमज़ोर लम्हों की सदाएं। बड़ा असर करती हैं इन कमज़ोर लम्हों की सदाएं।
हमें तो बस अपनी आवाज़ को ज़माने को सुनाना है। हमें तो बस अपनी आवाज़ को ज़माने को सुनाना है।