I'm Bhunesh and I love to read StoryMirror contents.
जो हमारे साथी हैं उन से भी कुछ पूछ लो कि हमलोग यहां क्यों आए। जो हमारे साथी हैं उन से भी कुछ पूछ लो कि हमलोग यहां क्यों आए।
उसकी लिखी रचना किसी अखबार पत्र पत्रिकाओं में सुर्खियां नहीं बटोर पा रही थी। उसकी लिखी रचना किसी अखबार पत्र पत्रिकाओं में सुर्खियां नहीं बटोर पा रही थी।
अब ऐसी जगह कहां ढूंढूं जहां रौशनी रहते हुए अंधेरा ही अंधेरा है। अब ऐसी जगह कहां ढूंढूं जहां रौशनी रहते हुए अंधेरा ही अंधेरा है।
मैं तो अनपढ़ हूॅं भाई क्या लिखा है मुझे क्या पता? मैं तो अनपढ़ हूॅं भाई क्या लिखा है मुझे क्या पता?
छुट्टी हुई और वर्करों में फुसफुसाहट शुरू हो गई आखिर बात क्या है छुट्टी हुई और वर्करों में फुसफुसाहट शुरू हो गई आखिर बात क्या है
तू मेरा भाई नहीं तो क्या हुआ? किसी का तो भाई होगा।ला दे हाथ बढ़ा मैं बांध देती हूॅं। तू मेरा भाई नहीं तो क्या हुआ? किसी का तो भाई होगा।ला दे हाथ बढ़ा मैं बांध देती ह...
मैं ने कहा -बड़े लोग लोलीपॉप नहीं थाते तुम्हीं थाओ। मैं ने कहा -बड़े लोग लोलीपॉप नहीं थाते तुम्हीं थाओ।
देखिए आज मेरे तोते का मूड ठीक नहीं है। देखिए आज मेरे तोते का मूड ठीक नहीं है।
क्या पता मुझे कितने दिन तक भूखा रहना पड़ता। क्या पता मुझे कितने दिन तक भूखा रहना पड़ता।
जब वो लोग थे तो यहां ताश की चौखड़ियां जमा करती बच्चों के हुड़दंग देखने को मिलते थे जब वो लोग थे तो यहां ताश की चौखड़ियां जमा करती बच्चों के हुड़दंग देखने को मिलते थ...