i am a writter.
"बेटा आज क्लब की ओर से पौध रोपण कार्यक्रम है। वहीं जा रही हूं।" "बेटा आज क्लब की ओर से पौध रोपण कार्यक्रम है। वहीं जा रही हूं।"
ये क्या बेरूखी कि जाली वाले दरवाजे के बाहर ही छोड़ी हो मुझे ये क्या बेरूखी कि जाली वाले दरवाजे के बाहर ही छोड़ी हो मुझे
लोग क्या कहेंगे कि बाप अपनी बेटी का ब्याह भी नहीं कर रहा है। लोग क्या कहेंगे कि बाप अपनी बेटी का ब्याह भी नहीं कर रहा है।
कहकर रमेश ने आलमारी बंद की शायद नंबर मिल गया था। कहकर रमेश ने आलमारी बंद की शायद नंबर मिल गया था।
अगर रिश्ते को खत्म करना पड़ रहा हो तो उसे खूबसूरत मोड़ पर ही छोड़ना चाहिए। अगर रिश्ते को खत्म करना पड़ रहा हो तो उसे खूबसूरत मोड़ पर ही छोड़ना चाहिए।
उन्होंने खुद संकल्प करके कलश स्थापित करा दिया। बाकी सदस्य पूजा में लगे हैं। उन्होंने खुद संकल्प करके कलश स्थापित करा दिया। बाकी सदस्य पूजा में लगे हैं।
दूसरों का दुख वे कभी नहीं देख सकते थे और आज बेटे उनकी ही आत्मा को मुक्ति नहीं दे रहे, क दूसरों का दुख वे कभी नहीं देख सकते थे और आज बेटे उनकी ही आत्मा को मुक्ति नहीं दे...
महेश, नाश्ता किसने बनाया क्यों मेरी खुशबू नहीं पहचानती? वे मुस्कुराएं महेश, नाश्ता किसने बनाया क्यों मेरी खुशबू नहीं पहचानती? वे मुस्कुराएं
खुली पलक में झूठा गुस्सा बंद पलक में प्यार, जीना भी मुश्किल…..। खुली पलक में झूठा गुस्सा बंद पलक में प्यार, जीना भी मुश्किल…..।
माता की ममता, घर- भर का प्यार, लड़कपन की यादें, जवानी की मिठास आंचल में समेंट गुड़िया अपन माता की ममता, घर- भर का प्यार, लड़कपन की यादें, जवानी की मिठास आंचल में समेंट गुड़...