कलम उठाना और कुछ लिख पाना मम्मी की गोद में बैठ कर सीखा था और आज जो लिखती हूं वो अनुभव है ।
उन के होने से मीलों के रास्ते जाने कब कट जायें। उन के होने से मीलों के रास्ते जाने कब कट जायें।
शत शत नमन गुरुओं को सभी, और शुक्रिया होने का जीवन में हमारे। शत शत नमन गुरुओं को सभी, और शुक्रिया होने का जीवन में हमारे।
जो उलझ जाए मेरी डोर जिंदगी वाली, उलझन से सुलझन को तुम्हें तकते जाऊंगी। जो उलझ जाए मेरी डोर जिंदगी वाली, उलझन से सुलझन को तुम्हें तकते जाऊंगी।
आंगन आपके ही जन्मी, मैंने भी दादी संग तुलसी को सींचा था, जब जब बीमार पड़े थे बाबा आंगन आपके ही जन्मी, मैंने भी दादी संग तुलसी को सींचा था, जब जब बीमार...
अब ना सीता को गुजरना होगा अग्नि से, ना ही किसी अन्य की अग्निपरीक्षा ली जाएगी। अब ना सीता को गुजरना होगा अग्नि से, ना ही किसी अन्य की अग्निपरीक्षा ली जाएगी।
आप दोनों का अंश था मुझमें, जिसका आपने कत्ल किया है। आप दोनों का अंश था मुझमें, जिसका आपने कत्ल किया है।
बचपन से सीखा था हमने मां धरती को करना नमन, रोई भी थी बचपन में क्योंकि सपनों में धरती र बचपन से सीखा था हमने मां धरती को करना नमन, रोई भी थी बचपन में क्योंकि सपनों म...
भीड़ भरती थी भारी, कभी शाम को तो कभी भरी दुपहरिया में, कुछ चेहरे अनुभावों वाले चांदनी भीड़ भरती थी भारी, कभी शाम को तो कभी भरी दुपहरिया में, कुछ चेहरे अनुभावों ...
मन को तसल्ली है कि वो कहीं दूसरा नया घर बनवाता है। मन को तसल्ली है कि वो कहीं दूसरा नया घर बनवाता है।
जिंदगी किसी की थम गई तो किसी की बन गई इस लाल बत्ती के साथ। जिंदगी किसी की थम गई तो किसी की बन गई इस लाल बत्ती के साथ।