बी.एड. और LL.B. लघुकथा हाइकु सम्पादक
हैजा महामारी विकराल रूप धरे हुए है। हैजा महामारी विकराल रूप धरे हुए है।
पिता लू भरी दोपहरी में यह काम किया पूत के लिए छाँव ढूँढ़ने का वह वट बना। पिता लू भरी दोपहरी में यह काम किया पूत के लिए छाँव ढूँढ़ने का वह वट बना।
कैसा भी तूफान आये मेरे रहते वट वृक्ष नहीं उखड़ सकता। कैसा भी तूफान आये मेरे रहते वट वृक्ष नहीं उखड़ सकता।
चाची अपने बच्चों को बचपन से हथियार की तरह तैयार कर रही थीं। चाची अपने बच्चों को बचपन से हथियार की तरह तैयार कर रही थीं।
इसलिए मैं मनाकर रहा था कि इसे यहाँ मत भेजो इसलिए मैं मनाकर रहा था कि इसे यहाँ मत भेजो
साहित्यिक जलसा में साहित्यिक नौटंकी से बाज़ार करना कितना आसान है न?" साहित्यिक जलसा में साहित्यिक नौटंकी से बाज़ार करना कितना आसान है न?"
पैसा तो बहुत बर्बाद हो गया लेकिन भविष्य की परेशानियों से बचना हो गया।" पैसा तो बहुत बर्बाद हो गया लेकिन भविष्य की परेशानियों से बचना हो गया।"
निर्णायक उससे प्रभावित हो निर्णय कर लिया हो।" महेन्द्र ने कहा। निर्णायक उससे प्रभावित हो निर्णय कर लिया हो।" महेन्द्र ने कहा।
आज दादी के आठवें बेटे के बड़े बेटे की शादी है। आज दादी के आठवें बेटे के बड़े बेटे की शादी है।
राख़ में जिसे दिख गया हो चिंगारी।" किसी के शब्दों को भुनभुनाती मैं सब्जियाँ छाँटने लगी। राख़ में जिसे दिख गया हो चिंगारी।" किसी के शब्दों को भुनभुनाती मैं सब्जियाँ छाँटन...