JNV DAUSA, BA HONS & M.A.(ECONOMICS) @ UNIRAJ, IRTS(IAS,2013 BATCH)
सावन में तेरे इंतजार में महबूब को तड़पते देखा है। सावन में तेरे इंतजार में महबूब को तड़पते देखा है।
इश्क ने कंधों पर सिर रखकर जीने का हौसला बढ़ाया, इश्क ने कंधों पर सिर रखकर जीने का हौसला बढ़ाया,
कुछ ख़्वाब जो देखे थे वो अब टूटे नजर आने लगे हैं। कुछ ख़्वाब जो देखे थे वो अब टूटे नजर आने लगे हैं।
आज की रात बेखौफ रात है, काली तो है पूर्ण काली रात। आज की रात बेखौफ रात है, काली तो है पूर्ण काली रात।
फिर से अपने अफसाने की किताब लिखते हैं। फिर से अपने अफसाने की किताब लिखते हैं।
हर कठिनाई पर साथ रहे थे फिर ये घर किसका जल रहा। हर कठिनाई पर साथ रहे थे फिर ये घर किसका जल रहा।
उचित अनुचित के फेर में जंजीरों से जकड़े इन रिवाजों में। उचित अनुचित के फेर में जंजीरों से जकड़े इन रिवाजों में।
ऑफिस की खिड़की से एक वक्त गुजरते देखा। ऑफिस की खिड़की से एक वक्त गुजरते देखा।
आशा नही छोड़ी मैंने बस राह दूर तक जरुर देखता हूं। आशा नही छोड़ी मैंने बस राह दूर तक जरुर देखता हूं।
ये वक्त तेरा होगा कल शायद मेरा होगा। ये वक्त तेरा होगा कल शायद मेरा होगा।