पेशे से हाई स्कूल शिक्षिका हूं।लिखना शौक ही नही आत्मा की रसद है।
मन के कागज़ की कुछ हिस्से पर दर्द की स्याही ने लिखी है कुछ नज्में। मन के कागज़ की कुछ हिस्से पर दर्द की स्याही ने लिखी है कुछ नज्में।
हर अनुत्तरित प्रश्न का मांगती उत्तर है। हर अनुत्तरित प्रश्न का मांगती उत्तर है।
उसकी उदासीन आंखों में... मृत स्वप्नों की जलती चिताएं हैं। उसकी उदासीन आंखों में... मृत स्वप्नों की जलती चिताएं हैं।
मैं झरने सा था कब सागर हो गया, नेह के बूंदों से सूखे कंठ हैं भिगो लेते। मैं झरने सा था कब सागर हो गया, नेह के बूंदों से सूखे कंठ हैं भिगो लेते।
हम-दोनों किसी ग़ज़ल के रदीफ क़ाफिया हैं। हम-दोनों किसी ग़ज़ल के रदीफ क़ाफिया हैं।
किसी शाम हथेलियों से आती हो मेहँदी की खुशबू किसी शाम हथेलियों से आती हो मेहँदी की खुशबू
खोये से हम-तुम बजे बस सांसों की सरगम आज मुहब्बत में, दिल की मनमानी लिखें खोये से हम-तुम बजे बस सांसों की सरगम आज मुहब्बत में, दिल की मनमानी लिखें
प्रज्वलित रहे यह दीप नेह का मैं दो हथेलियों की ओट दूँगी। प्रज्वलित रहे यह दीप नेह का मैं दो हथेलियों की ओट दूँगी।
ये जुगनू हैं चमकेंगे कुछ देर अंधेरे में, राहें रोशन करने को महताब संजोए। ये जुगनू हैं चमकेंगे कुछ देर अंधेरे में, राहें रोशन करने को महताब संजोए।
होली के हैं हर रंग तुम्हीं से, तुम ही से हुआ ये सिंगार सलोना, होली के हैं हर रंग तुम्हीं से, तुम ही से हुआ ये सिंगार सलोना,