जादू की पुड़िया
जादू की पुड़िया
आज बाल दिवस सभी के मन के बालक को ढेर सारी शुभकामनायें, आज बालको का दिन तो बालको की कहनी सुनाते हैं,
एक राजा और एक रानी दोनो की सुंदर सी बेटी पर एक बात बात बताये राजकुमारी थी बड़ी हठी, तो जो ठान ले बस वही चाहिये सब परेशान अब कैसे यह ठीक हो तो एक विवेकशील जादूगर था उसको बुलाया गया।
पूरी बात बताई गई, जादूगर वे एक जादू की पुड़िया दी कहाँ अगर राजकुमारी बढ़िया तरीके से रहेगी तो उस पुड़िया से शाम के समय गुलाब निकलेगा सुंदर सा। और अगर राजकुमारी शैतानी करेगी तो कुछ नही फिर।
राजा रानी से बात की और कहाँ कि लाड के अनुशासन भी करे वह भी जरूरी है, तब ना राजकुमारी दिन भर रानी बिटिया बन कर गुलाब का इंतजार करती और धीरे बहुत बढ़िया बिटिया बन गयी।
अब राजा भी खुश और रानी भी खुश।