अब राजा भी खुश और रानी भी खुश। अब राजा भी खुश और रानी भी खुश।
पत्नी की ओर देखा, शून्य में ताकती दोनों आँखों से आँसू की धारा बह रही थी। पत्नी की ओर देखा, शून्य में ताकती दोनों आँखों से आँसू की धारा बह रही थी।
गीता ने आज उसकी ऐसी बे भाव धुलाई की थी कि कसक कई दिन तक रहेगी गीता ने आज उसकी ऐसी बे भाव धुलाई की थी कि कसक कई दिन तक रहेगी
ये दो नियामतें ही सबसे ज्यादा जरूरी है, बाकी सब कुछ अपने आप ही मिल जाता है। ये दो नियामतें ही सबसे ज्यादा जरूरी है, बाकी सब कुछ अपने आप ही मिल जाता है।
दोस्तों कई बार लोगों को उनकी गलती बोलकर बताना ज़रूरी होता है। दोस्तों कई बार लोगों को उनकी गलती बोलकर बताना ज़रूरी होता है।
उजाला चरागों से ही हो ये जरूरी तो नहीं। शिक्षित नस्लें भी रौशनी बेशुमार करती है।। उजाला चरागों से ही हो ये जरूरी तो नहीं। शिक्षित नस्लें भी रौशनी बेशुमार करती है...