कागज़ की कश्ती !
कागज़ की कश्ती !
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ख़ुशियों का
छाँव है
मेरा,
मेरे लिये प्यारा
गाँव है
मेरा,
बचपन की
गलियां
भूला नही
मैं,
वो बारिश का
पानी,और
कागज़
की
डुबाना
सब याद है,
करो ऐसा काम
दिल को
सुकून
मिले,
यही आखिरी
सुझाव
हैं मेरा,
मेरे लिये प्यारा
गाँव है
मेरा!