एक बार आकर देखो
एक बार आकर देखो
प्राकृतिक के नजारा देखना है तो,
चले आओ देखने गांव में।
शाम सवेरे चिड़ियां चहचहाते,
भौंरे मंडराते बागों में।
वास्तविक भारत का दर्शन होगा,
जब आओगे किसी गांवों में।
भारत मां की आत्मा,
बसी है देखो गांवों में।
क्यारी-क्यारी फसलें लगे,
आलोकिक दृश्य है खेतों के ।
नदी, पोखर, आहार यहाँ है,
शुद्ध हवा है गांवों के।
हरियाली है चारों ओर,
फसल लगी जो क्यारी में।
सुंदर यहां बाग-बगीचे,
शुद्ध हवा है गांवों में।
नए फसलें के खुशबू से,
महक उठा फिजाओं में।
नए-नए फसलें लगे हैं,
फूल खिले हैं बागों में।
अमन, प्रेम और भाईचारा से,
रहते यहां है गांवों में।
एक बार आकर देखो,
सुंदर दृश्य त्योहारों में।