रूठी हुई खुशियां होली के बहाने फिर से दस्तक दे उठी। रूठी हुई खुशियां होली के बहाने फिर से दस्तक दे उठी।
दोनों कभी एक दूसरे को तो कभी माँ को देखते हैं और जिया आशी को गले लगा लेते हैं। दोनों कभी एक दूसरे को तो कभी माँ को देखते हैं और जिया आशी को गले लगा लेते हैं।
ऐसे में समझ साथ छोड़ देती है और मन देव- भक्ति की ओर अग्रसर होने को होता है। ऐसे में समझ साथ छोड़ देती है और मन देव- भक्ति की ओर अग्रसर होने को होता है।
पूरे देश का सफाई के प्रति यह जज्बा बना रहे। पूरे देश का सफाई के प्रति यह जज्बा बना रहे।
सरस्वती-सदन ने समाज के प्रति अपना दायित्व निभा दिया। सरस्वती-सदन ने समाज के प्रति अपना दायित्व निभा दिया।
क्योंकि नहीं रहेगी तो आप किसी भी व्यक्ति को कुछ क्रोध से कह नहीं सकते हैं। क्योंकि नहीं रहेगी तो आप किसी भी व्यक्ति को कुछ क्रोध से कह नहीं सकते हैं।