धीरे धीरे उनकी क्लास में ध्यान भी लगने लगा था। धीरे धीरे उनकी क्लास में ध्यान भी लगने लगा था।
दोनों कभी एक दूसरे को तो कभी माँ को देखते हैं और जिया आशी को गले लगा लेते हैं। दोनों कभी एक दूसरे को तो कभी माँ को देखते हैं और जिया आशी को गले लगा लेते हैं।
वैसा सब आसानिच रेता, करने वाला होना ! वैसा सब आसानिच रेता, करने वाला होना !
मेरा बचपन का सपना सिर्फ एक ख्वाब था पर आज का जो सपना है वह एक हकीकत है। मेरा बचपन का सपना सिर्फ एक ख्वाब था पर आज का जो सपना है वह एक हकीकत है।
आकाश की उड़ान तो पूरी हुई क्या हर बच्चे की उड़ान पूरी होगी ? आकाश की उड़ान तो पूरी हुई क्या हर बच्चे की उड़ान पूरी होगी ?
अब ना वो हँसी रही और ना ही वो लपाक्क्षी रही। केवल उन चार रातों ने मेरी हर एक रात को डरावना बना दिया... अब ना वो हँसी रही और ना ही वो लपाक्क्षी रही। केवल उन चार रातों ने मेरी हर एक रा...