उसके बाद वो किसी और का हो गया और मैं आज भी सिर्फ उसी का कहा जाता हूं। उसके बाद वो किसी और का हो गया और मैं आज भी सिर्फ उसी का कहा जाता हूं।
आज मोहन उसी रेड लाइट पर था लेकिन लाल बत्ती की गाड़ी में। आज मोहन उसी रेड लाइट पर था लेकिन लाल बत्ती की गाड़ी में।
और सुमन नवीन को छोड़ अपनी बेटी के साथ आगे बढ़ गई। और सुमन नवीन को छोड़ अपनी बेटी के साथ आगे बढ़ गई।
इस तरह यहां गन्दी सोच को एक अंजाम मिल जाता है। इस तरह यहां गन्दी सोच को एक अंजाम मिल जाता है।
ऐसे में समझ साथ छोड़ देती है और मन देव- भक्ति की ओर अग्रसर होने को होता है। ऐसे में समझ साथ छोड़ देती है और मन देव- भक्ति की ओर अग्रसर होने को होता है।
एक बार फिर सच सामने लाने। यही तो काम है मेरा, है ना... एक बार फिर सच सामने लाने। यही तो काम है मेरा, है ना...