लाशों की ढेरी से इस प्रतिच्छाया चाँद से भी अधिक वह चाँद हिला हुआ है।' लाशों की ढेरी से इस प्रतिच्छाया चाँद से भी अधिक वह चाँद हिला हुआ है।'
बता तुझ से क्या बात करूं ए चाँद क्या बात करूं ? बता तुझ से क्या बात करूं ए चाँद क्या बात करूं ?
बख्शे खुदा अलफाज कायामत भरे हर दिल आह भरे। बख्शे खुदा अलफाज कायामत भरे हर दिल आह भरे।
तुम्हे लिखना होगा रोटी से लेकर सबकुछ उस चाँद तक ढलते सूरज से अमावस की रात। तुम्हे लिखना होगा रोटी से लेकर सबकुछ उस चाँद तक ढलते सूरज से अमावस की रात।
फिर वो वक़्त भी आ गया जब काउंटडाउन शुरू हो गया और गगणयान धरती की सतह से ऊपर उठ गया फिर वो वक़्त भी आ गया जब काउंटडाउन शुरू हो गया और गगणयान धरती की सतह से ऊपर उठ गय...
इंसान इंसान की तरह क्यों नहीं अपना जीवन बिताता इंसान इंसान की तरह क्यों नहीं अपना जीवन बिताता