पंख मेरी उम्मीदों के, सपने जो मेरे है। पंख मेरी उम्मीदों के, सपने जो मेरे है।
ग़रीब हूं पर बदचलन नहीं हूं भाभी" दो पैसे में गुजारा कर लूंंगी ग़रीब हूं पर बदचलन नहीं हूं भाभी" दो पैसे में गुजारा कर लूंंगी
काफी देर बाद उसने एक तस्वीर तैयार की काफी देर बाद उसने एक तस्वीर तैयार की
स्वयं अपनी पहचान नाम और अस्तित्व बनाओ । पति की अँगुली पकड़ कब तक चलोगी ? स्वयं अपनी पहचान नाम और अस्तित्व बनाओ । पति की अँगुली पकड़ कब तक चलोगी ?
मुड़कर देखती हूं तो इसने किसी अन्य महिला की उंगली पकड़ रखी है! मुड़कर देखती हूं तो इसने किसी अन्य महिला की उंगली पकड़ रखी है!
बिना सोचे समझे उसके चरित्र पर उंगली उठाई जाती है बिना सोचे समझे उसके चरित्र पर उंगली उठाई जाती है