मै एक नारी हूं
मै एक नारी हूं


आज के दौर मै प्यार खेल के रूप में है जैसे पहले प्रेम को जितना पवित्र दिखाया गया।
पर अब प्यार मजाक है प्यार खेल है युवा पीढ़ी के लिए ना नारी सम्मान है ना ही इज्जत प्यार का नाम देकर नारी के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। उसकी भावनाओं का मजाक बनाया जाता है। बिना सोचे समझे उसके चरित्र पर उंगली उठाई जाती है उससे कमजोर समझकर अकेला पाकर उसके साथ बलात्कार जैसी हरकतें की जाती है फिर उसी की गलती बताकर उससे समाज में नीचे दबा दिया जाता है। मैं भी एक नारी हूं। मुझे भी बुरा लगता है जब इस तरह की हरकतें रोज अख़बार इत्यादि में छपती है। और लोग ये कहकर नजर अंदाज कर देते है जरूर लड़की की भी कोई गलती रही होगी ऐसे समाज में रहने में मुझे बहुत शर्म आती है। जहां बात बात पर नारी को काम आका जाता है। मेरे घर में ऐसा माहौल ना हो पर बाहर कदम रखते ही कई ऐसी सोच लिए लोग मिल जाते है जो नारी की सफलता से जलते है ।
नारी नारी का दमन करती है।