पर इस परिहास पर, टूट क्रन्दन कर रहा है। पर इस परिहास पर, टूट क्रन्दन कर रहा है।
नारी के पैर में ही क्यूँ बेड़ियाँ पड़ी नारी क्यूँ नहीं हो सकती अकेली खड़ी... नारी के पैर में ही क्यूँ बेड़ियाँ पड़ी नारी क्यूँ नहीं हो सकती अकेली खड़ी.....
तभी तो भारत गाँवों का देश कहलाता है। तभी तो भारत गाँवों का देश कहलाता है।
मध्यमवर्गीय परिवार हूं मैं, जी मिडिल क्लास कहलाता हूं। मध्यमवर्गीय परिवार हूं मैं, जी मिडिल क्लास कहलाता हूं।
अंतिम पल ये प्यार के,भूल न जाना साथ जीवनभर चलना सदा, ले हाथों में हाथ। अंतिम पल ये प्यार के,भूल न जाना साथ जीवनभर चलना सदा, ले हाथों में हाथ।
रख हौसला खुद से तू विश्वास खुद से तोड़ ना देना। रख हौसला खुद से तू विश्वास खुद से तोड़ ना देना।