अब वो बन बैठी दिलवाली हम मन ही मन उसे दे रहे गाली। अब वो बन बैठी दिलवाली हम मन ही मन उसे दे रहे गाली।
देखकर मौसम हुआ कुछ अनुभव वसंत ऋतु का आ गया आगमन। देखकर मौसम हुआ कुछ अनुभव वसंत ऋतु का आ गया आगमन।
यादें कागज़ की कश्ती बनाने की यादें उन नादान झूठों की, यादें बात बात पे रूठों की!! यादें हर... यादें कागज़ की कश्ती बनाने की यादें उन नादान झूठों की, यादें बात बात पे रू...
दूर गगन में देखो लौह खगों को, यह है कृत्रिमता की पराकाष्ठा। दूर गगन में देखो लौह खगों को, यह है कृत्रिमता की पराकाष्ठा।
शाखें भी इतराना भूल गई। नन्हे हाथों को देखो तरस रही। शाखें भी इतराना भूल गई। नन्हे हाथों को देखो तरस रही।
चुन्नु, मुन्नु, पोषण, तोषण, घुमेंगे नभ में सीना तान। चुन्नु, मुन्नु, पोषण, तोषण, घुमेंगे नभ में सीना तान।