पर मेरे हिस्से में उसने कोई शाम सुहानी लिखना ना भूली।। पर मेरे हिस्से में उसने कोई शाम सुहानी लिखना ना भूली।।
वो अपने माँ बाप कहलाते हैं है वो अपने माँ बाप कहलाते हैं। वो अपने माँ बाप कहलाते हैं है वो अपने माँ बाप कहलाते हैं।
ऐसे समाज का हिस्सा नहीं बनना मुझे। जहां हर दिन मेरे बहनों पे अत्याचार हो रहा हो। ऐसे समाज का हिस्सा नहीं बनना मुझे। जहां हर दिन मेरे बहनों पे अत्याचार हो रहा ...