आप भी कितना रोए थे जब माँ ने कहा था- आँसू बचा के रखो एक दिन बेटी ससुराल जाएगी आप भी कितना रोए थे जब माँ ने कहा था- आँसू बचा के रखो एक दिन बेटी ससुराल जा...
उस रोज़ कयामत दबें पांव मेरे घर तक आई थी। उस रोज़ कयामत दबें पांव मेरे घर तक आई थी।
हैवानों की वासनाओं का शिकार नारी कब तक होती रहेगी...? अब वक्त है की नारी खुद ही इसके खिलाफ कोई प्रहा... हैवानों की वासनाओं का शिकार नारी कब तक होती रहेगी...? अब वक्त है की नारी खुद ही ...