जो चले गये हो तुम यु ही अब किसीं और के पास ? जो चले गये हो तुम यु ही अब किसीं और के पास ?
मेरी साँस साँस बहते हो मेरी कल्पना की गलियों में तुम ही तुम क्यूँ रमते हो। मेरी साँस साँस बहते हो मेरी कल्पना की गलियों में तुम ही तुम क्यूँ रमते हो।
तन को गरमाती है तब कहीं जाकर सांस में सांस आती है। तन को गरमाती है तब कहीं जाकर सांस में सांस आती है।
बस यही गुजारिश सदा धैर्य का दामन न छूटे। भले ही साँसों की डोर लेकर हम प्राण छूटे। बस यही गुजारिश सदा धैर्य का दामन न छूटे। भले ही साँसों की डोर लेकर हम प...
इस पलकों पर ठहरी बूँद की कहानियों के किरदार, तुम सुनकर मेरी सदा एक बार तो मूड़ कर देखो इस पलकों पर ठहरी बूँद की कहानियों के किरदार, तुम सुनकर मेरी सदा एक बार तो मू...
मेरी पहचान ही अगर मिट गई है तो फिर मैं क्यों जिऊं। मेरी पहचान ही अगर मिट गई है तो फिर मैं क्यों जिऊं।