माना कि मैं एक बहू, पत्नी, माँ हूँ मगर उससे पहले में आज़ाद ख्यालों की इंसान हूँ माना कि मैं एक बहू, पत्नी, माँ हूँ मगर उससे पहले में आज़ाद ख्यालों की इंसान ...
रास्ते हो गए थे अलग, बैठे घुटनों के बल मिल गए। रास्ते हो गए थे अलग, बैठे घुटनों के बल मिल गए।
जिन्दगी बोल रही है कोई है नहीं सुनने वाला जिन्दगी बोल रही है कोई है नहीं सुनने वाला
कोई हो जो दूध और पानी अलग कर सकता हो? कोई हो जो दूध और पानी अलग कर सकता हो?
बस मैं ही गलत हूं समझ रही खुद को जब जब है ये जंग छिड़ी, बस मैं ही गलत हूं समझ रही खुद को जब जब है ये जंग छिड़ी,
व्यर्थ चिंतित होकर सारा दिन खोजता रहता हूँ हल, व्यर्थ चिंतित होकर सारा दिन खोजता रहता हूँ हल,