भारत की सडको का हाल बहुत ही बुरा है... जगह जगह गड्ढे या ट्रैफिक या गंदगी... लेकिन इन सब सडकों का हाल... भारत की सडको का हाल बहुत ही बुरा है... जगह जगह गड्ढे या ट्रैफिक या गंदगी... लेकि...
सोचता ज्यादा हूँ बोलता कम हूँ मैं। खुद से कहीं अकेला पड़ गया हूँ मैं।। सोचता ज्यादा हूँ बोलता कम हूँ मैं। खुद से कहीं अकेला पड़ गया हूँ मैं।।
तुम्हारे लिए मैंने कुछ भी नहीं है बनवाया न एक घर छिपाने को सर, तुम्हारे लिए मैंने कुछ भी नहीं है बनवाया न एक घर छिपाने को सर,
चारों तरफ सफेद नजारा, देखने को मिला चारों तरफ सफेद नजारा, देखने को मिला