आज ना देखते तो सचमुच उदासी से भर गए होते। आज ना देखते तो सचमुच उदासी से भर गए होते।
क्योंकि तुझमें उनके, प्रितम नज़र आ रहे हैं। क्योंकि तुझमें उनके, प्रितम नज़र आ रहे हैं।
सज सँवर कर रहने लगी है वो जो हमेशा अस्त व्यस्त रहती थी। सज सँवर कर रहने लगी है वो जो हमेशा अस्त व्यस्त रहती थी।
हम अपनी रूहों को उनका घर दिखा जाएँ, अपनी हस्ती मिटा एक-दूसरे के हो जाएँ, हम अपनी रूहों को उनका घर दिखा जाएँ, अपनी हस्ती मिटा एक-दूसरे के हो जाएँ,