जो खड़ी हो रही हैं नफ़रत की दीवारें, उन दीवारों के ढहना बहुत जरूरी है। जो खड़ी हो रही हैं नफ़रत की दीवारें, उन दीवारों के ढहना बहुत जरूरी है।
जब बिगड़ जाती है ज़िंदगी तेरी याद आती है माँ। जब बिगड़ जाती है ज़िंदगी तेरी याद आती है माँ।
जहां उम्मीद गलत को सही होने का भरम दिखाती रहती है बस कुछ दूरी पर। जहां उम्मीद गलत को सही होने का भरम दिखाती रहती है बस कुछ दूरी पर।
एक मां बाप के अलावा इस दुनिया में तुम्हारा कोई शुभचिंतक नहीं एक मां बाप के अलावा इस दुनिया में तुम्हारा कोई शुभचिंतक नहीं