बेशक़ सहीह आप हैं ख़ुद अपनी नज़र में, कुछ मायने तो रखती है दुनिया की नज़र भी। @ ज्ञान
वस्तुतः हम लड़ना ही नहीं चाहते हैं बल्कि नाटक करते हैं लड़ने का वस्तुतः हम लड़ना ही नहीं चाहते हैं बल्कि नाटक करते हैं लड़ने का