तन्हा वक्त गुज़ारना अब शिकायत सी बन गई है तन्हा वक्त गुज़ारना अब शिकायत सी बन गई है
आज बीते हुए पलों की दास्तांं बना के बैठे हैं। आज बीते हुए पलों की दास्तांं बना के बैठे हैं।
I am deleting my poems I am deleting my poems
अंतर्द्वंद चल रहा, क्या गलत किया, क्या ठीक किया। अंतर्द्वंद चल रहा, क्या गलत किया, क्या ठीक किया।