मुझको बचाकर, जीवन आने वाली पीढ़ियों का संवार लो। मुझको बचाकर, जीवन आने वाली पीढ़ियों का संवार लो।
विकृति अब भी गुफा में है कुछ पका रहा.... विकृति अब भी गुफा में है कुछ पका रहा....
और उससे रिसता बूँद- बूँद तुम्हारा नन्हा खून। और उससे रिसता बूँद- बूँद तुम्हारा नन्हा खून।
विकल आत्मा कैसे पीतीं ? विष सांप सा रसते हो।। विकल आत्मा कैसे पीतीं ? विष सांप सा रसते हो।।