दिल तो रोया मगर मुस्कुराना पड़ा दिल तो रोया मगर मुस्कुराना पड़ा
नहीं चाहे वो अपने चरणों पर फ़ूल, गहने या देवी का स्थान, बस माँगती है अपना इंसान होने का मान। नहीं चाहे वो अपने चरणों पर फ़ूल, गहने या देवी का स्थान, बस माँगती है अपना इ...
तुझ बिन ये जिंदगी बेमतलब सी लगती है बेमतलब सी लगती है। तुझ बिन ये जिंदगी बेमतलब सी लगती है बेमतलब सी लगती है।
तन से दूरी है मन में राष्ट्रवाद है, अपना इंसानियत ही संवाद है! तन से दूरी है मन में राष्ट्रवाद है, अपना इंसानियत ही संवाद है!
पन्ने दर पन्ने खुलकर उड़ रहे थे.. शब्द मेरी कविता के जैसे मंत्रमुग्ध हो रहे थे.. पन्ने दर पन्ने खुलकर उड़ रहे थे.. शब्द मेरी कविता के जैसे मंत्रमुग्ध हो रहे ...
कुछ भारत के प्रधान थे , जो अंग्रेजो के गुलाम थे रच दिया उनने अपना इतिहास और शुरू किया कुछ भारत के प्रधान थे , जो अंग्रेजो के गुलाम थे रच दिया उनने अपना इतिहास और ...