फिर फैलेगी तुम्हारी पुष्ट शाखाएँ फिर होगा तुममें स्फूर्ति का संचार फिर फैलेगी तुम्हारी पुष्ट शाखाएँ फिर होगा तुममें स्फूर्ति का संचार
देखो ना कैसे…. उस कनेर पर लिपटी मुझे ही चिड़ा रही है देखो ना कैसे…. उस कनेर पर लिपटी मुझे ही चिड़ा रही है