खाना न खाओ तो, देखना एक दिन कोई नहीं पूछेगा खाने के लिए सच में कोई नहीं पूछता खाने के लिए, क्योंक... खाना न खाओ तो, देखना एक दिन कोई नहीं पूछेगा खाने के लिए सच में कोई नहीं पूछता...
तू मासूम, तू मेरे लिए ईश्वर का दिया एक प्यारा सा खिलौना है तू मासूम, तू मेरे लिए ईश्वर का दिया एक प्यारा सा खिलौना है
चंचल थी अब समझदार हो गयी, अब लगता है माँ मैं बड़ी हो गयी ।। चंचल थी अब समझदार हो गयी, अब लगता है माँ मैं बड़ी हो गयी ।।
बड़े लाड़ प्यार से उसको खुद से दूर विदा करते हैं... बड़े लाड़ प्यार से उसको खुद से दूर विदा करते हैं...
नादानियों और शैतानियों से भरा हुआ था मेरा बचपन नादानियों और शैतानियों से भरा हुआ था मेरा बचपन
भाई मैं क्यों दिखते हैं पिता पिता थे तो भाई भाई दिखता था भाई मैं क्यों दिखते हैं पिता पिता थे तो भाई भाई दिखता था