इसे शायद हम सबकी बुढ़ापा कह दे एक सीख जिंदगी जी लेने की। इसे शायद हम सबकी बुढ़ापा कह दे एक सीख जिंदगी जी लेने की।
ठहरो ! सिर को अपने ठंडा रखो दूर बदन के अपने ही डंडा रखो क्यों पाला करते बुढ़ापे की सन ठहरो ! सिर को अपने ठंडा रखो दूर बदन के अपने ही डंडा रखो क्यों पाला करते बु...
दुनिया रूपी रंगमंच पे नाचे जा रहे हैं नाचे जा रहे हैं। दुनिया रूपी रंगमंच पे नाचे जा रहे हैं नाचे जा रहे हैं।
तेरे पायल की खनक मेरे कानों में उसका मधुर गुंजन। तेरे पायल की खनक मेरे कानों में उसका मधुर गुंजन।
नए नए ख्वाब उनको बुनने दो उन्हें अपने दिल की सुनने दो। नए नए ख्वाब उनको बुनने दो उन्हें अपने दिल की सुनने दो।
इस उम्र की क़ीमत उस उम्र से कितनी कम थी। इस उम्र की क़ीमत उस उम्र से कितनी कम थी।