परिभाषित करता हुआ मेरा प्रेम प्रसंग, मात्र इतना ही रहा। परिभाषित करता हुआ मेरा प्रेम प्रसंग, मात्र इतना ही रहा।
आज जब तेरी याद आती है तो दिल बहुत रोता है। आज जब तेरी याद आती है तो दिल बहुत रोता है।
हर इंसान समाचारों से जुड़ने लगा, हर समय। हर इंसान समाचारों से जुड़ने लगा, हर समय।
उगते सूर्य को अर्घ्य चढ़ाया। उगते सूर्य को अर्घ्य चढ़ाया।
क्षितिज की ओर जब जब देखूँ प्रकृति रोचक सी लगे। क्षितिज की ओर जब जब देखूँ प्रकृति रोचक सी लगे।
मेरी दादी की कहानियों में एक कहानी थी रंगा सियार। मेरी दादी की कहानियों में एक कहानी थी रंगा सियार।