अब न चूड़ी है खनकती, न बजती पायल, खामोशी छाई है हर तरफ, गुनहगार हूँ मैं। अब न चूड़ी है खनकती, न बजती पायल, खामोशी छाई है हर तरफ, गुनहगार हूँ मैं।
रहेगा इन नज़रों को तेरा इन्तज़ार ज़िन्दगी भर। रहेगा इन नज़रों को तेरा इन्तज़ार ज़िन्दगी भर।
इस तरह मिटा दो हमें कि न रहे यादगार कोई। इस तरह मिटा दो हमें कि न रहे यादगार कोई।
फिर कुछ और नीचे धसं जाऊंगी तेरी जिंदगी में कभी ना आऊंगी!! फिर कुछ और नीचे धसं जाऊंगी तेरी जिंदगी में कभी ना आऊंगी!!