जो पी गया हवाओं से ज़िंदगी अब तक, शराब तुझसे नशे का हिसाब माँगेगी। जो पी गया हवाओं से ज़िंदगी अब तक, शराब तुझसे नशे का हिसाब माँगेगी।
कवि के कविताओं से वो भी नरमाई जाती। कवि के कविताओं से वो भी नरमाई जाती।
सिसकती सुबकती मौन ही दफ़न हो गई कोख में ही। सिसकती सुबकती मौन ही दफ़न हो गई कोख में ही।
अपने भीतर रहने दें तो दुनिया बेहतर जगह बन जाएगी। अपने भीतर रहने दें तो दुनिया बेहतर जगह बन जाएगी।
हमने दे दिया है ये हक़ तुम्हें, तुम जब चाहो ज़ख्म करो, जब चाहो मरहम करो। हमने दे दिया है ये हक़ तुम्हें, तुम जब चाहो ज़ख्म करो, जब चाहो मरहम करो।
पाक मुहब्बत को इनकार भी करूँ कैसे। पाक मुहब्बत को इनकार भी करूँ कैसे।