मेरे पहले प्यार की कविता हो तुम मेरे मुहब्बत का इंतहा हो तुम ! मेरे पहले प्यार की कविता हो तुम मेरे मुहब्बत का इंतहा हो तुम !
इस तरह मिटा दो हमें कि न रहे यादगार कोई। इस तरह मिटा दो हमें कि न रहे यादगार कोई।
मिलती है दिल को ठंडक गानों की अल्फाजों में शाम को दे जाता सूरज सपने कई आंखों में। मिलती है दिल को ठंडक गानों की अल्फाजों में शाम को दे जाता सूरज सपने कई आंखों...