जानवर इंसान बन गया या जानवर में इसान जिंदा हो रहा। जानवर इंसान बन गया या जानवर में इसान जिंदा हो रहा।
संघर्ष ही जीवन है... संघर्ष ही जीवन है...
प्यार से भरदो झोली खिलने दो नादान कलियाँ। प्यार से भरदो झोली खिलने दो नादान कलियाँ।
ढल जाती है हर सांचे में ऐसी मुलायम मिट्टी है। ढल जाती है हर सांचे में ऐसी मुलायम मिट्टी है।
तू मुझ मे समा मै तुझ मे समा ....... तन से रूह तक छू कर होने लगे फ़ना। तू मुझ मे समा मै तुझ मे समा ....... तन से रूह तक छू कर होने लगे फ़ना।
ओ भी दु खी औ मैया औ भी दु खी जब दर्शन न मिला तो...... ओ भी दु खी औ मैया औ भी दु खी जब दर्शन न मिला तो......