तेरी हर अदा के हम मुरीद हो गये प्यार में तेरे दिल से अमीर हो गये तूने भले मेरा जिक्र न किया तेरा ... तेरी हर अदा के हम मुरीद हो गये प्यार में तेरे दिल से अमीर हो गये तूने भले मेरा...
फिर इबादत करू तेरी चाह में फिर इबादत करू तेरी चाह में
और दिमाग़ पूछ बैठा "उससे अलग और कुछ लिखा भी है तुमने? और दिमाग़ पूछ बैठा "उससे अलग और कुछ लिखा भी है तुमने?
सुनकर उसकी आवाज़ खो गया हूँ मैं उसके ही ख्याल में अब सो गया हूँ मैं! सुनकर उसकी आवाज़ खो गया हूँ मैं उसके ही ख्याल में अब सो गया हूँ मैं!
तन्हा गर हूँ भी पर किसी तिनके में जान है अभी बाकी। तन्हा गर हूँ भी पर किसी तिनके में जान है अभी बाकी।
कान उसकी बोली के मुरीद हैं जब वो दिखें, उसी दिन ईद है कान उसकी बोली के मुरीद हैं जब वो दिखें, उसी दिन ईद है