मानवता समझ न पाया ये इंसां बेचारा। मानवता समझ न पाया ये इंसां बेचारा।
कब और कैसे मैं हिंदू और तुम मुसलमान हो गए ! कब और कैसे मैं हिंदू और तुम मुसलमान हो गए !
जहाँ भगवान् भी मन्दिर, मस्जिद, गुरूद्वारा हो गया। जहाँ भगवान् भी मन्दिर, मस्जिद, गुरूद्वारा हो गया।
अपने लोक -व्यवहार से जाना जाता हूँ ! अपने लोक -व्यवहार से जाना जाता हूँ !
मेहनत कर लूंगा मैं जमकर पर खेत मेरे उग सके। मेहनत कर लूंगा मैं जमकर पर खेत मेरे उग सके।
हर दुआ में तुझे ही मांग आता हूं मैं। हर दुआ में तुझे ही मांग आता हूं मैं।