सब मिलकर ही भ्रष्टाचार को नष्ट करना जिनकी नीव बंद दरवाज़े पर कराहती है और रात के काले अंधेरों में च... सब मिलकर ही भ्रष्टाचार को नष्ट करना जिनकी नीव बंद दरवाज़े पर कराहती है और रात क...
भ्रष्ट को कर दे बाहर नेक को आगे ले आ कब तक छला जाऐ तुझे ज़रा उसे ये एहसास करा भ्रष्ट को कर दे बाहर नेक को आगे ले आ कब तक छला जाऐ तुझे ज़रा उसे ये एहसास करा
भ्रष्टता पूरक है सत्ता और ताकत का भक्षक हैं जो ये जनता का।। भ्रष्टता पूरक है सत्ता और ताकत का भक्षक हैं जो ये जनता का।।
खूंखार जानवरों से डर लाजमी है इंसानों से ही इंसानियत त्रस्त है यहाँ।। खूंखार जानवरों से डर लाजमी है इंसानों से ही इंसानियत त्रस्त है यहाँ।।
मजबूर आदमी हैं हम यहां मजबूरी में ही हमे जीना पड़ता है। मजबूर आदमी हैं हम यहां मजबूरी में ही हमे जीना पड़ता है।
आप खाना छोड़ उन्हें ही निगल गए? इतनी सुरंगें बनाई कि पहाड़ ही समतल हो गए l आप खाना छोड़ उन्हें ही निगल गए? इतनी सुरंगें बनाई कि पहाड़ ही समतल हो गए l