तुम्हें तस्वीरों में ढूँढ़ते हैं , कभी तदबीरों में ढूँढ़ते हैं। तुम्हें तस्वीरों में ढूँढ़ते हैं , कभी तदबीरों में ढूँढ़ते हैं।
खूंखार जानवरों से डर लाजमी है इंसानों से ही इंसानियत त्रस्त है यहाँ।। खूंखार जानवरों से डर लाजमी है इंसानों से ही इंसानियत त्रस्त है यहाँ।।