"नीरज "की तो औकात ही क्या, पर तुम तो हो मेरे विधाता। "नीरज "की तो औकात ही क्या, पर तुम तो हो मेरे विधाता।
तोहरे बिना जान अरमान तन्हा ना बीत जाई। तोहरे बिना जान अरमान तन्हा ना बीत जाई।
समदर्शी है नाम तुम्हारा, इस भिक्षुक को भी भिक्षा ही देना। समदर्शी है नाम तुम्हारा, इस भिक्षुक को भी भिक्षा ही देना।
'पैसों के खातिर निर्धन,को न मिलती है शिक्षा, भूख से पीड़ित अनाथ बच्चे, दर-दर माँगते है भिक्षा।' दुनिय... 'पैसों के खातिर निर्धन,को न मिलती है शिक्षा, भूख से पीड़ित अनाथ बच्चे, दर-दर माँग...
क्या गजब जवानी होती, चेहरा था सजीला, गलियों से जब चलते थे, कहते छोरा रंगीला, क्या गजब जवानी होती, चेहरा था सजीला, गलियों से जब चलते थे, कहते छोरा रंगीला,