मैं जितना भी चाहूँ बेड़ियाँ तोड़ नहीं पाया अपनी इस काया का साथ छोड़ नहीं पाया। मैं जितना भी चाहूँ बेड़ियाँ तोड़ नहीं पाया अपनी इस काया का साथ छोड़ नहीं पाया...
तुम जान लो ये बंधी पायल तोड़ेंगी सारी बेड़ियाँ हाँ है धरा पर नायाब ये नारियाँ। तुम जान लो ये बंधी पायल तोड़ेंगी सारी बेड़ियाँ हाँ है धरा पर नायाब ये नारियाँ...
लड़, गिर, उठ, फिर लड़, संघर्ष ही तो जीवन का सार है, लड़, गिर, उठ, फिर लड़, संघर्ष ही तो जीवन का सार है,
अब तुम्हे मैं पुकारू मेरी हीर कह कर ! अब तुम्हे मैं पुकारू मेरी हीर कह कर !
ऐ देख भावना रो पड़ी पर बेड़ियों में बंधा प्रसाशन है। ऐ देख भावना रो पड़ी पर बेड़ियों में बंधा प्रसाशन है।
पैरों में बेड़ियाँ हैं और हाथों में हाथकड़ियाँ पर दिल में उम्मीदें और मन में उसके सपने हैं। पैरों में बेड़ियाँ हैं और हाथों में हाथकड़ियाँ पर दिल में उम्मीदें और मन मे...